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*कर्मकहानी !!*
✍️ २४२८
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ईश्वर के दरबार में
जब किसी सिध्दपुरूषों
की किमत अनमोल होती है
ठीक इसी समय में
रिश्तेनातों में उसी महात्मा
की किमत शून्य होती है !

पैठण के एकनाथ महाराज
जी के यहाँ स्वयं भगवान
श्रीकृष्ण… श्रीखंड्या बनकर
पाणी भरता था और
उनके घरमें गुप्त रूप में
रहता था !
उसी समय उनका बेटा
हरी पंडित झगडा करके
दूर निकल गया था !

लगभग हर महापुरुषों की
क्या यहीं कहानी होती है ?

।। *रामकृष्णहरी ।।*
।। *जय जय रामकृष्णहरी ।।*
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*विनोदकुमार महाजन*

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