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नवराष्ट्र की ओर….
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संपूर्ण देश को गुमराह करके
केवल एक मत के आधार पर , प्रधानमंत्री बनकर , रात के अंधेरे में बनाया गया , ईश्वरीय शक्तियों को दबाने वाला और आसुरीक शक्तियों को निरंतर बढावा देने वाला यह फर्जी लोकतंत्र हमें बिल्कुल भी अस्वीकार्य है !
चलो क्रांति की ओर !!
चलो तेजस्वी समाज की ओर !!
चलो सबको सुखी , संपन्न ,
आनंदी , ऐश्वर्यसंपन्न , सुसंस्कृत , मानवताप्रेमी
बनाने वाले नये लोकतंत्र की ओर !
चलो नवसमाज की ओर !!
चलो नवराष्ट्र की ओर !!
जय हिंद !! वंदेमातरम् !!
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विनोदकुमार महाजन